संचारी रोग नियंत्रण के लिए चलाया गया अभियान का दूसरा फेज

मऊ 01 जुलाई 2024 को पूर्वान्ह 10-30 बजे कलेक्ट्रेट में जिलाधिकारी मऊ द्वारा “ विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान के द्वितीय चरण “ (01 जुलाई से 31 जुलाई 2024 ) का उद्घाटन किया गया।

जिसमें मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ0 नन्द कुमार, नोडल अधिकारी वेक्टर बार्न डा0 आर0एन0 सिंह, जिला मलेरिया अधिकारी श्री बेदी यादव, नगर पालिका परिषद मऊ के सफाई निरीक्षक नरेन्द्र कुमार व सत्य प्रकाश यादव यूनिसेफ के डी0एम0सी0 श्री सौरभ सिह, डब्ल्यू एच ओ के एस एम ओ,तथा मलेरिया निरीक्षक श्री राजेश यादव, श्री सरोज सिंह यादव, जे0ई0 कन्सल्टेन्ट डाॅ0 उपेन्द्र सिंह व स्वास्थ्य विभाग के सभी कर्मचारी उपस्थित रहे।जिलाधिकारी महोदय मऊ ने अपने सम्बोधन में बताया कि संचारी रोग नियन्त्रण अभियान के अन्तर्गत जनपद में साफ सफाई, कचरा निस्तारण एवं छिड़काव तथा प्रचार प्रसार किया जायेगा ताकि शासन की नीतियों के अनुसार शत प्रतिशत लक्ष्य की प्राप्ति हो सके।मुख्य चिकित्सा अधिकारी महोदय मऊ ने बताया कि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ए0ई0एस0/जे0ई0 रोकथाम एवं नियन्त्रण गतिविधियों हेतु राज्य, जनपद, ब्लाक तथा पंचायत/ग्राम स्तरों पर विभिन्न विभागों के बीच समन्वय हेतु नोडल विभाग का कार्य करेगा। आशा, ए0एन0एम0 तथा आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों के सहयोग से समय पर उपचार एवं संन्दर्भन हेतु समुदाय स्तर पर बुखार के मरीजों की ट्रेकिंग की जायेगी। नोडल अधिकारी वेक्टर बार्न डा0 आर0एन0 सिंह ने बताया कि आशाओं को बुखार के मरीजों की ट्रेकिंग हेतु प्रशिक्षित किया गया है। इस माह के दौरान दिनांक 10 जुलाई से 31 जुलाई 2024 के बीच विशेष दस्तक अभियान संचालित किया जायेगा। ए0ई0एस0 केसेज की निगरानी हेतु स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशिक्षित किया गया है इसके लक्षण दिखाई देते ही स्वास्थ्य केन्द्रों पर संदर्भन किये जाने का निर्देश है। जिला मलेरिया अधिकारी श्री बेदी यादव ने बताया कि ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में वाहक के घनत्व का आंकलन, स्रोतों में कमी लार्वारोधी गतिविधियां तथा आवश्यकतानुसार फागिंग एवं छिड़काव बनाई गयी कार्ययोजना के अनुसार किया जायेगा। क्या करें1.दिमागी बुखार का टीका जरूर लगवायें।2.मच्छरों के काटने से बचें मच्छरदानी, मच्छर अगरबत्ती या क्वायल वगैरह का प्रयोग करें। पूरे आस्तीन की कमीज, फुल पैंट मोजे पहनें।3.सुअरों को घर से दूर रखें। रहने की जगह साफ सुथरा रखें एवं जाली लगवायें।4.पीने के लिए ईण्डिया मार्का हैण्ड पम्प के पानी का प्रयोग करें। पानी हमेशा ढ़क कर रखें, छिछला हैण्ड पम्प के पानी को खाने पीने में प्रयोग न करें।5.पक्के व सुरक्षित शौचालयों का प्रयोग करें।6.शौच के बाद व खाने के पहले साबुन से हाथ अवश्य धोयें।7.नाखुनों को काटते रहें। लम्बे नाखुनों से भोजन बनाने व खाने से भोजन प्रदूषित होता है।8.दिमागी बुखार के मरीज को दाएं या बाएं करवट लिटाएं। यदि तेज बुखार हो तो पानी से बदन पोछतें रहें।क्या न करें1.बेहोशी व झटके की स्थिति में मरीज के मुॅह में कुछ भी न डालें।2.झोला छाप डाक्टरों के पास ना जायें।3.घर के आस पास गंदा पानी इकट्ठा न होने दें।4.इधर-उधर कूड़ा-कचरा व गंदगी न फैलायें।5.खुले मैदान या खेतों में शौच न करे.



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