संविधान स्थापना दिवस पर लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम का किया गया सजीव प्रसारण।
हमारा संविधान भारत की आत्मा के अनुरूप,संविधान ने एक भारत,श्रेष्ठ भारत की रखी आधारशिला:- माननीय मुख्यमंत्री जी
मूल कर्तव्यों का पालन करना संविधान निर्माताओ को सच्ची श्रद्धांजलि :- माननीय मुख्यमंत्री जी
*मौलिक अधिकारों के साथ ही मूल कर्तव्यों का भी पालन करें समस्त नागरिक:- जिलाधिकारी*
आज संविधान स्थापना दिवस के अवसर पर लखनऊ में लोक भवन में आयोजित कार्यक्रम का सजीव प्रसारण कलेक्ट्रेट सभागार में किया गया। इसके अलावा जनपद के समस्त तहसीलों, विकास खण्डों, ग्राम पंचायतो तथा नगर निकायों में भी इस कार्यक्रम का सजीव प्रसारण किया गया तथा संविधान की प्रस्तावना की शपथ दिलाई गई। लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम के दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्य जी ने अपने संबोधन में भारत के संविधान को भारत की आत्मा के अनुरूप बताया तथा इसे एक भारत श्रेष्ठ भारत के आधारशिला माना। उन्होंने बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की तारीफ करते हुए कहा कि प्रारूप समिति के अध्यक्ष के रूप में उन्होंने उत्कृष्ट कार्य किया। संविधान स्थापना दिवस के अवसर पर माननीय मुख्यमंत्री जी ने कहा कि अमृत काल में संविधान स्थापना दिवस के अवसर पर पूरे प्रदेश में साल भर चलने वाले अमृत महोत्सव का कार्यक्रम भी आज से प्रारंभ हो गया है। उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा 2015 में संविधान स्थापना दिवस प्रारंभ किए जाने की प्रशंसा भी की और कहा कि दुनिया के कई विकसित लोकतांत्रिक देशों में भारत के बाद महिला मताधिकार प्रदान किया गया। हमारा संविधान संपूर्ण भारत को एक सूत्र में बांधता है। उन्होंने कहा कि इमरजेंसी के दौरान कांग्रेस सरकार ने लोगों को अधिकारों से वंचित करने का कार्य किया था जिसके कारण जनता ने उन्हें सबक भी सिखाया। अपने संबोधन के दौरान उन्होंने कहा कि अगर हम संविधान में वर्णित मूल कर्तव्यों का अक्षरशः पालन करते हैं तो यह बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के साथ ही समस्त संविधान निर्माताओ को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।जनपद में आयोजित कार्यक्रम के दौरान अपने संबोधन में जिलाधिकारी श्री प्रवीण मिश्र ने मौलिक अधिकारों के साथ ही साथ मूल कर्तव्यों के पालन पर भी विशेष जोर देने को कहा। उन्होंने कहा कि हमारा संविधान कार्यपालिका,न्यायपालिका तथा विधायिका के कार्यों का स्पष्ट वर्णन करता है। यह दुनिया का सबसे बड़ा संविधान होने के साथ ही साथ समय की आवश्यकताओं के देखते हुए लचीलापन का भाव भी रखता है, जिससे आवश्यकता अनुसार इसमें संशोधन भी किया जा सके। लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम के समापन के उपरांत जनपद स्तर पर उपस्थित समस्त अधिकारियों एवं कर्मचारियों को भारत के संविधान की प्रस्तावना की शपथ भी जिलाधिकारी द्वारा दिलाई गई। कार्यक्रम के प्रारंभ में जिलाधिकारी श्री प्रवीण मिश्र एवं अन्य अधिकारियों द्वारा संविधान की प्रतिलिपि,भारत माता एवं डॉ भीमराव अंबेडकर की तस्वीर को माल्यार्पण कर पुष्प अर्पित किए गए।कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित इस कार्यक्रम के दौरान मुख्य राजस्व अधिकारी श्री लव कुश त्रिपाठी अपर जिलाधिकारी श्री सत्यप्रिय सिंह सहित समस्त जनपद स्तरीय अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।