परिवार नियोजन के स्थाई और अस्थाई दोनों साधन सुरक्षित और कारगर
मऊ, 18 नवंबर 2024
जिला महिला अस्पताल सभागार में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. जय शंकर प्रसाद सिंह की अध्यक्षता में प्रसव पश्चात परिवार नियोजन के स्थाई और अस्थाई साधनों के उपयोग के बारे में एक कार्यशाला का आयोजन पीएसआई इण्डिया के सहयोग से किया गया।
सीएमएस डा जयशंकर प्रसाद ने बताया की परिवार नियोजन योजना में शामिल दोनों साधन स्थाई और अस्थाई पूरी तरह सुरक्षित, काफी कारगर व प्रभावी है। इसलिए, सुविधानुसार दोनों में से कोई भी साधन को बेहिचक अपना सकते हैं। खासकर ऐसी महिला, जो परिवार नियोजन के स्थाई साधन को अपनाने के लिए तैयार और इच्छुक है। किन्तु, उसका शरीर ऑपरेशन के लिए सक्षम नहीं वह बेहिचक अस्थाई साधन अपना सकती हैं। अस्थाई साधन भी स्थाई साधन की तरह ना केवल कारगर है बल्कि काफी सुरक्षित और प्रभावी भी है। इसलिए, परिवार नियोजन के साधन को अपनाने के लिए इच्छुक और योग्य महिलाएँ दोनों में से कोई भी साधन को अपना सकती हैं। वरिष्ठ चिकित्सक जिला महिला अस्पताल डा मंजू सिंह ने परिवार नियोजन के साधनो के बारे में विस्तृत जानकारी दी और उन्होंने कहा की परिवार नियोजन के दो साधन हैं। पहला स्थाई और दूसरा अस्थाई। स्थाई साधन में महिला नसबंदी और पुरुष नसबंदी की सुविधा जो जिला महिला अस्पताल में उपलब्ध है। जबकि, अस्थाई साधन के रूप में छाया, अंतरा, काॅपर-टी एवं कंडोम की सुविधा उपलब्ध है। इस सुविधा की नगरीय स्वास्थ्य केंद्र स्तर पर भी पर व्यवस्था की गई है। जहाँ योग्य और इच्छुक लाभार्थी जाकर सुविधा का लाभ प्राप्त कर सकते हैं। पीएसआई इंडिया के केवल सिंह सिसोदिया ने कहा की समाज के हर तबके के सभी परिवार को गुणवत्तापूर्ण जिंदगी जीने के लिए परिवार नियोजन के साधन को अपनाना बेहद जरूरी है। क्योंकि हम तभी गुणवत्तापूर्ण जिंदगी जी सकते और बच्चे को उचित परवरिश व अच्छी शिक्षा दे सकते हैं, जब हमारा परिवार छोटा और सीमित होगा। छोटा और सीमित परिवार के लिए परिवार नियोजन के साधन को अपनाना सबसे पहली नींव है। वहीं, उन्होंने बताया, इसको लेकर सरकार द्वारा तमाम गतिविधियों का आयोजन कर लोगों को जागरूक भी किया जाता है। इस कार्यशाला में शारदा नारायण एवं फातिमा हॉस्पिटल से उपस्थित चिकित्सकों ने भी अपने विचार व्यक्त किये। इस कार्यशाला में जिला महिला चिकित्सालय से डा मिथलेश कुमार – हॉस्पिटल मेनेजर , प्रियका तिवारी , ज्योति किरन , नर्सिंग ऑफिसर , नर्सिंग स्टाफ , ओटी टेकनीशियन , स्टाफ नर्स एवं पीएसआई इंडिया से प्रियंका सिंह ने प्रतिभाग किया।