आशा को मिला आयाम, खुशियों को दे रहे जन्मः डा एकिका सिंह
हर्षोल्लास के साथ मना स्थापना वर्षगांठ, बलिया में खुलेगा नए आईवीएफ केंद्र मऊः मातृत्व सुख से वंचित महिलाओं का जीवन पारिवारिक और सामाजिक दोनों स्तर पर पीड़ादायक होता है। अपने भीतर एक असह्य पीड़ा के साथ वह दंश सहने को विवश रहती हैं। आईवीएफ ने ऐसी महिलाओं के लिए संभावनाओं के नए द्वार खोल दिए हैं। उच्चतम गुणवत्ता से युक्त लैब और एक सशक्त टीम के साथ हम ऐसी महिलाओं की आशाओं का आयाम देते हुए उनके लिए नई खुशियों को जन्म दे रहे हैं।
-शारदा नारायण हास्पिटल स्थित इंदिरा आईवीएफ केंद्र द्वारा तीन हजार से अधिक निःसंतान महिलाओं की गोद में अब किलकारियां गूंज रही है। बांझपन रोग विशेषज्ञ डॉ एकिका सिंह ने यह उदगार शारदा नारायण हास्पिटल में आयोजित इंदिरा आईवीएफ स्थापना वर्षगांठ के अवसर पर कही। इस दौरान उन्होंने नए वर्ष पर बलिया जनपद में एक नया आईवीएफ केंद्र स्थापित करने की प्रतिबद्वता जताई।
संस्थान निदेशक डॉ संजय सिंह, डॉ सुजीत सिंह, डॉ मधुलिका सिंह, डॉ राहुल, डॉ स्निग्धा सोनल, डॉ दीपक राय सहित संतान सुख प्राप्त करने वाली महिलाओं के साथ केक काटकर स्थापना वर्षगांठ मनाया गया। इस दौरान डॉ एकिका सिंह ने बताया कि शारदा नारायण हास्पिटल में प्रदेश का पहले इंदिरा आईवीएफ की स्थापना की गई। जनवरी से बलिया जनपद में एक नए आईवीएफ केंद्र का आरंभ किया जा रहा है। पूर्वांचल में बांझपन से ग्रसित महिलाओं की जिंदगी में खुशियों को जन्म देना ही आईवीएफ केंद्र का लक्ष्य है।