टीकाकरण कार्यक्रम में शत प्रतिशत टीकाकरण सुनिश्चित करने के दिए निर्देश।

जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति के शासी निकाय एवं जनपद स्तरीय टीबी टास्क फोर्स की बैठक संपन्न।

जिलाधिकारी प्रवीण मिश्र की अध्यक्षता में कल देर शाम कलेक्ट्रेट सभागार में जिला स्वास्थ्य समिति के शासी निकाय एवं जनपद स्तरीय टीबी टास्क फोर्स की बैठक संपन्न हुई। जिला स्वास्थ्य समिति के कार्यों की समीक्षा के दौरान सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर लक्ष्य बढ़ाकर संस्थागत प्रसव कराने के निर्देश जिलाधिकारी द्वारा दिए गए। संस्थागत प्रसव शत प्रतिशत करने हेतु उन्होंने आवश्यक होने पर प्राइवेट डॉक्टर का भी सहयोग लेने को कहा। जननी सुरक्षा योजना की समीक्षा के दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि योजना के अंतर्गत लाभार्थियों को 95.33% भुगतान किया जा चुका है। इसे भी शत प्रतिशत करने के निर्देश जिलाधिकारी द्वारा दिए गए। मातृ मृत्यु की समीक्षा के दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि अगस्त माह में कोई भी मातृ मृत्यु नहीं हुई। जिलाधिकारी ने मातृ मृत्यु हेतु गर्भधारण से लेकर बच्चा पैदा होने के 42 दिनों तक रिपोर्टिंग कर इसे मातृ मृत्यु में शामिल करने के निर्देश दिए। राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम की समीक्षा के दौरान उन्होंने आशा, एएनएमएवं आंगनबाड़ी (एएए)की महीने में निर्धारित दिनों में अवश्य बैठक करने के निर्देश दिए। साथ ही हेड काउंट सर्वे ठीक ढंग से करने तथा अपडेट ड्यू लिस्ट तैयार करने को कहा जिससे टीकाकरण के लक्ष्य को शत प्रतिशत प्राप्त किया जा सके। उन्होंने टीकाकरण कम होने के कारणों का पता करने हेतु जिला कार्यक्रम अधिकारी, खंड विकास अधिकारी, स्वास्थ्य अधीक्षकों को निर्देश दिए तथा समस्या का निस्तारण कर शत प्रतिशत टीकाकरण सुनिश्चित करने को कहा। जिलाधिकारी ने डब्ल्यूएचओ के नामित अधिकारी एसएमओ को आशा, आंगनबाड़ी, एएनएम की बैठक का एजेंडा भी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। आरबीएसके टीमों द्वारा स्कूलों में बच्चों की जांच की क्रास चेकिंग कराए जाने के निर्देश भी जिलाधिकारी द्वारा दिए गए। एसएनसीयू जिला महिला चिकित्सालय में भर्ती कराए गए शिशुओ के रेफरल को देखते हुए उन्होंने सीएमएस महिला चिकित्सालय को वेंटिलेटर सहित सारी व्यवस्थाएं अस्पताल में ही सुनिश्चित करने को कहा जिससे रेफरल मामलों को कम किया जा सके। एनआरसी में सैम बच्चों को अधिक से अधिक भर्ती कराने हेतु उन्होंने खंड विकास अधिकारियों को आशा एवं एएनएम द्वारा चिन्हित सैम बच्चों पर विशेष ध्यान देते हुए ग्राम प्रधान एवं सचिवों से भी सहयोग लेकर सैम बच्चों को एनआरसी में भर्ती कराने के निर्देश दिए। जिला चिकित्सालय के ब्लड बैंक में ब्लड की उपलब्धता की जानकारी लेते हुए 200 यूनिट ब्लड स्टोरेज क्षमता के सापेक्ष मात्र 76 यूनिट ब्लड वर्तमान में पाए जाने पर उन्होंने लोगों को जागरूक कर रक्तदान हेतु प्रेरित करने तथा ब्लड बैंक में रक्त की उपलब्धता बढ़ाने हेतु आवश्यक प्रयास करने को कहा। गोल्डन कार्ड बनाने की प्रगति की समीक्षा के दौरान अभी भी 14.29 प्रतिशत लाभार्थी परिवारों का गोल्डन कार्ड नहीं बनने पर उन्होंने खंड विकास अधिकारियों को लाभार्थियों की सूची के माध्यम से ग्राम वार पंचायत सहायकों से सहयोग लेकर समस्त पात्र लोगों का गोल्डन कार्ड बनवाने को कहा। जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग से जुड़े समस्त अधिकारियों एवं कर्मचारियों को विभाग द्वारा संचालित योजनाओं में पूरे मनोयोग से कार्य करते हुए योजनाओं की सफलता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी श्री प्रशांत नागर, मुख्य चिकित्सा अधिकारी अरुण कुमार सिंह, समस्त खंड विकास अधिकारी जिला कार्यक्रम अधिकारी समस्त स्वास्थ्य अधीक्षक एवं अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।



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