घाघरा नदी का रुख एकाएक बदल गया है

दोहरीघाट। घाघरा नदी का रुख एकाएक बदल गया है। नदी का जलस्तर एक रफ्तार में बढ़ता चला जा रहा है। 24 घंटे के अंदर नदी का जलस्तर लगभग 7.27 मीटर तक बढ़ने से लोगों की धड़कने तेज हो गयी हैं। शनिवार को जलस्तर जहां 60.50 मीटर पर था जो रविवार की दोपहर 2 बजे तक बढ़कर 67.77 मीटर हो गया। गौरीशंकर घाट पर लगे मीटर गेज पर खतरा बिंदु 69.90 मीटर आंका गया है। जिससे नदी अभी काफी नीचे बह रही है। इस समय नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। नदी के रुख से नगर की ऐतिहासिक धरोहरों मुक्तिधाम, भारत माता मंदिर, खाकी बाबा की कुटी, रामजानकी मंदिर, दुर्गा मंदिर, शाही मस्जिद, हनुमान मंदिर, लोक निर्माण का डाक बंगला आदि पर खतरा मंडराने लगा है। इस समय घाघरा की लहरे धनौली गांव के सामने तेजी से आकर टकरा रही है। भारत माता मंदिर पर दबाव बढ़ने लगा है। रामजानकी मन्दिर के घाट की सीढ़ियां जलस्तर बढ़ने से डूबने लगी हैं। घाघरा नदी का जलस्तर नवली गांव व श्मशान घाट के समीप रफ्तार काफी तेज है। इससे तटवर्ती इलाकों में कटान की संभावना बढ़ गई है। एक बार कटान जलस्तर बढ़ने पर होती है और दूसरी बार कटान जलस्तर घटने पर होती है।एकाएक तेजी से नदी का जलस्तर बढ़ने से लोगो की धड़कनें बढ़ गई हंै। स्थानीय लोगों का कहना है कि जिस तेजी से जलस्तर बढ़ रहा है। उससे यही अंदाज लगाया जा सकता है कि नदी जल्द ही खतरा बिंदु के समीप पहंुच जाएगी। घाघरा की प्रलयंकारी विभीषिका देख चुके लोगों में बढ़ते जलस्तर को देख दहशत में हैं। वहीं सिचाई विभाग के लिए घाघरा के बढ़ते जलस्तर तटवर्ती क्षेत्रो में कटान के समय चुनौती साबित हो सकता है।



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