ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों के सामने भारतीय बल्लेबाजों ने टेके घुटने, भारत की करारी हार


अमित त्रिपाठी

जीत के साथ ऑस्ट्रेलिया ने 1-1 से सीरीज में की बराबरी

एडिलेड में पहले टेस्ट की जीत से उत्साहित भारतीय क्रिकेट प्रशंसकों ने, पर्थ के दूसरे टेस्ट मैच में भारतीय टीम की ऐसी हार की कल्पना भी नहीं की होगी। नाथन लायन और मिशेल स्टार्क की घातक गेंदबाजी के आगे कोई भारतीय बल्लेबाज टिक नहीं पाया जिसके कारण ऑस्ट्रेलियाई टीम, भारत को 146 रनों से हराने में कामयाब रही।
पांचवें दिन 112 रन पर 5 विकेट से आगे खेलते हुए भारतीय टीम ने महज एक घण्टे के खेल में सिर्फ 28 रनों के भीतर बाकी पांचों विकेट गवां दिए। इस मैच में विराट कोहली (पहली पारी में 128 रन) को छोड़कर कोई भी भारतीय बल्लेबाज पिच पर ज्यादा देर रुक नहीं पाया। विराट कोहली भी पहली पारी में अंपायर के गलत निर्णय का शिकार हो गये।
भारतीय टीम का तेज गेंदबाजों को खिलाने का फैसला भी गलत सिद्ध हुआ। पर्थ की पिच पर स्पिन गेंदबाजों को मिल रही टर्न ने मँझे में भारतीय बल्लेबाजों के भी पसीने छुड़ा दिए।
मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारतीय कप्तान, विराट कोहली ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया हमसे बेहतर खेली इसलिए वह जीत की हकदार है। स्पिनरों को ना खिलाना टीम का सामूहिक निर्णय था। हमें लगा की पिच तेज गेंदबाजों के लिए मददगार रहेगी परंतु ऐसा नहीं हुआ। हम निराश नहीं हैं। आत्ममंथन के बाद हम अगले टेस्ट में जीत के लिए पूरा दमखम लगा देंगे।



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