योगी सरकार द्वारा पुलिस को दी गई खुली छूट, पुलिस लॉकअप में मौत की घटनाओं के लिए जिम्मेदार- माले

हिरासती मौत की घटनाएं प्रदेश में रुक नहीं रही हैं, मानवाधिकारों की कोई कद्र नहीं है,-माले

योगी सरकार में अपराधियों को मिल रहे संरक्षण से महिलाओं पर बढ़ रहे बलात्कार-हत्या की घटनाएं,-माले

3, अप्रैल, मऊ
भाकपा माले ने थाना तरवां (आजमगढ़) व थाना दुबौलिया (बस्ती) में 22 वर्षीय दलित सनी कुमार और 16 वर्षीय आदर्श उपाध्याय की लॉकअप में मौत व थाना रानीगंज (प्रतापगढ़) थाना नगरा (बलिया) में 21 वर्षीय दलित नर्स और 21 वर्ष की पूजा चौहान की बलात्कार-हत्या के खिलाफ जिला मुख्यालय पर किया प्रदर्शन। मुख्यमंत्री को संबोधित छः सूत्री मांग पत्र जिला प्रशासन को सौंपा गया।

लोगों को संबोधित करते हुए भाकपा माले के जिला सचिव बसंत कुमार ने कहा कि योगीराज में आपराधिक घटनाएं चरम पर हैं. अपराधियों को मिल रहे है संरक्षण के कारण महिलाओं व कमजोर वर्गों पर हिंसा की घटनाएं बढ़ रही हैं. गरीबों की आवाज दबा देने, पुलिस द्वारा मामले को उलट देने और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई न होने से जनआक्रोश बढ़ रहा है. न्याय की मांग के लिए प्रतिवाद करने पर जनता का पुलिसिया दमन किया जा रहा है. यूपी पुलिस निरंकुश हो गई है प्रदेश में पुलिस अपराधी दबंग गधजोड़ चल कर चल रहा है. आम जनता बेहाल है. दलितों अल्पसंख्यकों और महिलाओं को खास कर निशाना बनाया जा रहा है. न्याय, मानवाधिकार,संविधान व लोकतंत्र की कोई पूछ नहीं बची है. उन्होंने कहा कि थानों में पुलिस उत्पीड़न और लाकअप हत्या,बलात्कार हत्या मे उत्तर प्रदेश का राष्ट्रीय आपराधिक रिकार्ड ब्यूरो में पहले स्थान पर नाम आ रहा है. ताजा घटनाएं आजमगढ़ के थाना तरवा, बस्ती जनपद के दुबौलिया में दो युवकों की थानों में पीट-पीटकर हत्या कर दिया गया, दोषियों पर कार्यवाही करने के बजाय पीड़ितों पर ही एफआईआर दर्ज कर उत्पीड़न किया जा रहा है. प्रतापगढ़ के रानीगंज थाना क्षेत्र के दलित नर्स के साथ गैंगरेप हत्या और बलिया जनपद के नगरा थाना क्षेत्र में 21 वर्षीय बालिका के हत्या को आत्महत्या साबित करने की पुलिस प्रशासन कोशिश में लगी हुई है. अपराधियों को गिरफ्तार कर अपराध का पर्दाफाश करने के बजाय पुलिस अपराधियों को बचाने की भूमिका में ज्यादा दिख रही है. दूसरे तरफ पीड़ित पक्ष पर ही जगह-जगह एफआईआर दर्ज कर पुलिसिया उत्पीड़न किया जा रहा है,चाहे वह प्रतापगढ़ का मामला हो चाहे वह आजमगढ़ तरवा थाना की घटना. प्रदर्शन को कताई मिल पेंशनर संघ के मजदूर नेता श्री राम सिंह ने भी समर्थन किया और संबोधित किया. प्रदर्शन के माध्यम से मांग किया गया कि तरवा थाना के दोषी पुलिस अधिकारियों पर हत्या का मुकदमा दर्ज हो, पीड़ित परिवार को एक करोड़ का मुआवजा और बलिया नगर थाना क्षेत्र की घटना मैं पुलिस द्वारा की जा रही लीपा पोती पर रोक लगाई जाए और दोषियों को तत्काल गिरफ्तार किया जाए. प्रदर्शन में प्रमुख रूप से कामरेड श्री राम सिंह राम शबद, ओमप्रकाश, शिवकुमार, विद्याधर, तेज बहादुर डॉक्टर चंद्रशेखर चौहान, गिरिजा जी, गोकुल,जेपी, राम बदन, रामबली राजभर, साधु यादव, सुरेश, पाखंडी राजभर शंकर चौहान, आदि शामिल रहे। *बसंत कुमार द्वारा जारी* 9451652404



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