अब आपके शहर में भी वायु प्रदूषण सूचकांक गिरा

•वायु प्रदूषण की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है
• स्वास, उच्च रक्तचाप मरीजों के परिजनों पर चिंता गहराया

बीते चार दिनों से घरे कोहरे ने रोकी रफ्तार, दृश्यता हुई कम, दुर्घटना की आशंका जागरण संवाददाता, मऊ : जनपद में वायु प्रदूषण का स्तर खराब स्थिति में पहुंचता जा रहा है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक वायु गुणवत्ता सूचकांक यानी एयर क्वालिटी इंडेक्स 254 है जो चिंताजनक है। मौसम विभाग के अनुमान के मुताबिक अभी कई दिनों तक धुंध की चादर बनी रहेगी। शुक्रवार को तापमान अधिकतम 24 डिग्री सेल्सियस तो न्यूनतम 17 डिग्री रहा। आने वाले दिनों में में तापमान के और गिरने क ा अनुमान लगाया जा रहा है।

बीते कई दिनों से दिन की शुरूआत घने कोहरे के साथ हो रही है। इसके चलते ²श्यता बेहद कम हो गई है। शाम छह बजे के बाद ही सड़कों पर आवागमन कम हो जा रहा है। वहीं वायु प्रदूषण से सांस के रोगियों पर असर पड़ रहा है। चिकित्सकों द्वारा इन सांस, एलर्जी, अस्थमा आदि के मरीजों को सेहत के प्रति सतर्क रहने क सलाह दी जा रही है।

शुक्रवार को धुंध और कोहरे के चलते ²श्यता तकरीबन 15 मीटर तक सिमट गई थी। दोपहर बाद ही कुछ देर के लिए लोगों को सूर्यदेव के दर्शन हुए। शाम होते ही सर्द हवाओं ने अपना तेवर दिखाना शुरू कर दिया और फिर कोहरा भी घना होने लगा हालांकि इधर चार दिनों से यही स्थिति बनी हुई है।

आलू की फसल को लेकर चिंता-

लगातार कोहरा गिरने से किसान आलू की फसल को लेकर चिंतित हो गए हैं। सर्दी के कहर से सहमे लोग घरों में कैद रहने को विवश हैं। मौसम की बेरुखी से सार्वजनिक जगहों पर शाम ढलते ही सन्नाटा छा जाता है। जरूरी काम से ही लोग बाहर निकल रहे हैं।


बोझी : कोहरे के साथ ठंड बढ़ गई है। पशु, पक्षी, किसान, मजदूर सभी बेहाल नजर आ रहे हैं। वैवाहिक समारोह के कारण सड़कों पर वाहनों की भीड़ रही जिससे शुक्रवार की शाम से आवागमन भी प्रभावित रहा। वहीं कोहरे से दुर्घटना की आशंका बढ़ती जा रही है। कोहरे के साथ गलन बढ़ने और पछुआ हवा ने ठंडक बढ़ा दी है। लगन के साथ ही दैनिक कार्यक्रम भी प्रभावित हो रहे हैं। फसलों पर भी शीतलहर का प्रभाव पड़ना स्वाभाविक है। सबसे ज्यादा समस्या उन मजदूरों व असहाय लोगों को हो रही है, जो संसाधनों के अभाव में जीवन-यापन करते हैं।



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