ख़्वाब टूटे हैं मगर हौंसले ज़िन्दा हैं...!

अपनी बात..

ख़्वाब टूटे हैं मगर हौंसले ज़िन्दा हैं...! हम वो हैं जहॉ मुश्किलें शर्मिदा हैं...! जीवन में तमाम ऐसे उतार चढ़ाव दुःख दर्द तकलीफ आते हैं,जब इन्सान पुरी तरह से टुट जाता है।और न चाहते हुए भी हार जाता है,पर उसके साथ साथ एक बात और है की जब भी हमारे जीवन में बड़ा दुख आता है,जिसकी पीड़ा असहनीय होती है।जब इंसान निशब्द हो जाता है।वो सही रहते हुए भी अपने आप को कभी सही साबित नहीं कर पाता और ऐसे समय में हम जिन पर सबसे ज्यादा भरोसा करते है वो लोग ही हमारा साथ छोड़ देते है।और जिनसे कोई उम्मीद नहीं होती जिन्हे हम जानते भी नहीं वो हमारी हिम्मत बनकर हर कदम पे हमारा निस्वार्थ भाव से हमारे साथ खड़े होते है। एक घटना से मैं अंदर से टूट चुके हैं।लेकिन अपनों की खुशियों के लिए सदैव आपने अपने चेहरे पे मुस्कान लेकर ही बात किए है।और किसी को आभास तक नहीं होने दिए।और ऊपर से इस गंभीर बीमारी से जूझ रहे है पर आपको एक बात बताना चाहता हूं जीवन में भगवान कठीन से कठीन रोल हमें देते है।जो विपरीत परिस्थितियों में होते हुए भी पूरे धैर्य और साहस हिम्मत और हौसले के साथ उससे लड़ते है।और आगे बढ़ने की छमता रखते है। भगवान हमे धरती पे जन्म देते है तो हर इंसान को किसी न किसी उद्देश्य के साथ भेजते है।और उस उद्देश्य को पूरा करने के लिए हमें बहुत सी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।और कभी कभी हमारे जीवन में बुरे समय आते है,तो वो हमारे जीवन में बहुत बड़ा बदलाव लाते है।जिनकी हमने कभी सपने में भी कल्पना नहीं की होती।इसलिए विपरीत परिस्थितियों कभी हारने की जरूरत नहीं।मै मानता हूं कि मन है,विचलित हो जाता है।और कभी कभी विचलित होना भी लाजमी है।लेकिन उससे हारने के बजाय हमे लड़ने की आवश्यकता है। "अरूण सिंह भीमा"



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