केंद्रीय भूमिका निभाएं सीडीपीओ,विकास एवं चिकित्सा विभाग से सहयोग ले कर योजनाओं को बनाए सफल:- जिलाधिकारी।

जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जनपद स्तरीय पोषण समिति की बैठक संपन्न।

सातवें राष्ट्रीय पोषण माह के संबंध में भी बैठक कर दिए आवश्यक निर्देश।*

जिलाधिकारी श्री प्रवीण मिश्र की अध्यक्षता में कैंप कार्यालय पर जनपद स्तरीय पोषण समिति की बैठक संपन्न हुई। इस बैठक के दौरान ही 1 सितंबर से 30 सितंबर तक चलने वाले राष्ट्रीय पोषण माह के संबंध में भी चर्चा कर जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।

राष्ट्रीय पोषण माह के संबंध में चर्चा के दौरान जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि इस पोषण माह के प्रमुख विषय एनीमिया, विकास निगरानी, पूरक आहार, पोषण भी पढ़ाई भी, एक पेड़ मां के नाम तथा बेहतर प्रशासन के लिए प्रौद्योगिकी है। राष्ट्रीय पोषण माह के दौरान की जाने वाली गतिविधियों के संबंध में उन्होंने बताया की पर्यावरण संरक्षण, जन संवेदीकरण गतिविधियां, पोषण को प्रभावित करने वाले क्षेत्र तथा ऊपरी आहार के संबंध में पूरे माह गतिविधियां संचालित की जाएगी। इसके अलावा प्रथम सप्ताह में वृद्धि निगरानी, द्वितीय सप्ताह में बेहतर प्रशासन के लिए प्रौद्योगिकी, द्वितीय एवं तृतीय सप्ताह में पोषण भी पढ़ाई भी तथा तृतीय सप्ताह में एनीमिया (टेस्ट,ट्रीट और टॉक )से संबंधित गतिविधियां संचालित होगी। उन्होंने बताया की पोषण माह के दौरान एनीमिया, वृद्धि निगरानी, उपरी आहार,पोषण भी पढ़ाई भी और बेहतर प्रशासन के लिए प्रौद्योगिकी पर विशेष बल दिया जाएगा। माह जून से सितंबर तक संचालित संभव अभियान की भी समीक्षा बैठक के दौरान की गई। ई कवच पर सैम बच्चों के फीडिंग में रतनपुरा एवं दोहरीघाट का प्रदर्शन ठीक नहीं होने पर जिलाधिकारी ने इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई करने को कहा। इसी प्रकार जुलाई माह के सापेक्ष अगस्त में एनआरसी में सैम बच्चों की भर्ती में वृद्धि पाई गई।आंगनबाड़ी केंद्रों के कायाकाल्प की समीक्षा के दौरान जनपद के कुल चयनित 75 विद्यालयों में 47 में कार्य प्रारंभ होने तथा 28 में अभी भी कार्य प्रारंभ ना होने पर जिलाधिकारी ने समस्त खंड विकास अधिकारियों को तत्काल इसमें कार्रवाई करने के निर्देश दिए। वित्तीय वर्ष 2023- 24 में बाल मैत्रिक शौचायलयों की प्रगति की समीक्षा के दौरान कुल 59 बाल मैत्रिक शौचालयों में से मात्र 7 में कार्य पूर्ण होने तथा 16 पर ही कार्य प्रारंभ कराए जाने पर जिलाधिकारी ने तत्काल कार्य प्रारंभ कर समस्त बाल मैत्रिक शौचालयों को पूर्ण करने के निर्देश दिए। आंगनबाड़ी केंद्र भवनों के निर्माण की समीक्षा के दौरान कुल 129 आंगनबाड़ी केंद्रों के सापेक्ष मात्र 26 में कार्य आरंभ होने पर जिलाधिकारी ने कार्यवाही संस्था ग्रामीण अभियंत्रण विभाग के अधिशासी अभियंता को शीघ्र कार्य पूर्ण करने अथवा असमर्थता की स्थिति में तत्काल अवगत कराने को कहा जिससे अन्य कार्यदाई संस्था के माध्यम से आंगनबाड़ी केंद्रों का निर्माण कार्य को किया जा सके। इसी प्रकार आकांक्षी नगर पंचायत में आंगनबाड़ी केंद्रों के निर्माण की प्रगति की समीक्षा के दौरान अमिला में 1एवं कुर्थी जाफरपुर में कुल 10 आंगनबाड़ी केंद्रों का निर्माण अभी भी प्रारंभ ना होने पर उन्होंने संबंधित अधिशासी अधिकारियों को कार्य प्रारंभ करने के निर्देश दिए। साथ ही जमीन की उपलब्धता न होने पर तत्काल इसकी सूचना भी देने को कहा। बैठक के दौरान हॉट कूक्ड मील में 50% से ऊपर बच्चों को भोजन उपलब्ध कराए जाने की सूचना को संदिग्ध मानते हुए जिलाधिकारी ने समस्त सीडीपीओ को इस पर कड़ी नजर रखने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने समस्त सीडीपीओ को अपनी गतिविधियों में सक्रियता बढ़ाते हुए व्यावहारिक रूप में कम से कम 50% बच्चों की उपस्थिति भी केंद्रों पर सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने नाराजगी व्यक्त करते हुए समस्त सीडीपीओ को पूरे मनोयोग से कार्य करने को कहा जिससे बच्चों के पोषण में वृद्धि हो तथा व्यावहारिक रूप से भी बच्चों की उपस्थिति में वृद्धि की जा सके । जिलाधिकारी ने सीडीपीओ को मुख्य भूमिका निभाते हुए मोटिवेशन का कार्य करने को कहा जिससे आंगनबाड़ी कार्यकत्री एवं सहायिकाएं उनसे प्रेरित हो बच्चों की उपस्थिति बढ़ाएं। साथ ही उनके पोषण में आने वाली बढ़ाओ को दूर करें। बैठक के दौरान ही जिलाधिकारी ने पोषण माह के दौरान की जाने वाली गतिविधियों की सफलता हेतु जिला कार्यक्रम अधिकारी को मुख्य चिकित्सा अधिकारी से समन्वय स्थापित करते हुए बेहतर कार्य योजना तैयार कर कार्य करने के निर्देश दिए। इसके अलावा उन्होंने समस्त स्वास्थ्य अधीक्षकों को भी एक हफ्ते का माइक्रो प्लान तैयार कर इस दिशा में कार्य करने को कहा। इसके अलावा गर्भावस्था के दौरान दी जाने वाली दवाइयो की भी पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए निर्देश दिए। उन्होंने समस्त एएनएम एवं आंगनबाड़ियों के बीच समन्वय बढ़ाने तथा बेहतर कार्य करने को कहा। जिलाधिकारी ने खंड विकास अधिकारियों को भी आंगनबाड़ी केंद्रों की व्यवस्था में सुधार हेतु सहयोग करने के साथ ही कुष्ठ रोगी खोजी अभियान में भी सक्रिय भूमिका निभाने को कहा। बैठक के दौरान मुख्य विकास अधिकारी श्री प्रशांत नागर ,जिला कार्यक्रम अधिकारी अजीत सिंह, डीसी मनरेगा, जिला पूर्ति अधिकारी ,जिला कृषि अधिकारी, समस्त खंड शिक्षा अधिकारी, समस्त सीडीपीओ सहित जूम मीटिंग के माध्यम से समस्त अधिशाषी अधिकारी, स्वास्थ्य अधीक्षक एवं खंड विकास अधिकारी भी जुड़े रहे।



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