अगर आरएसएस शाह को विदेशी और मुस्लिम संस्कृति का शब्द मानता है तो उसे अमित शाह को विदेशी मुसलमान घोषित कर देना चाहिए

शाही स्नान शब्द पर आपत्ति करने वालों को पहले अमित शाह जी को अपना नाम बदलने का सुझाव देना चाहिए- शाहनवाज़ आलम

अटल बिहारी वाजपेयी ने भारत छोड़ो आंदोलन में उर्दू में लिखे हलफनामे पर हस्त्ताक्षर कर स्वतंत्रता सेनानी को भिजवाया था जेल

लखनऊ, 13 सितंबर 2024. अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय सचिव शाहनवाज़ आलम ने कुम्भ में प्रयोग होने वाले शाही स्नान और पेशवाई जैसे उर्दू और फारसी पृष्ठभूमि के शब्दों को बदलने की कोशिश करने वालों को पहले गृहमंत्री अमित शाह जी को अपने नाम में शाह शब्द की जगह कोई और शब्द लगाने का दबाव डालने का सुझाव दिया है.

शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि कुम्भ हज़ारों सालों से चला आ रहा है. करोडों संतों, महात्माओं और आस्थावान लोगों ने संगम में शाही स्नान किया और किसी को भी शाही शब्द से कोई दिक़्क़त नहीं हुई. उन्होंने कहा कि आरएसएस उर्दू को बाहरी और मुसलमानों की भाषा बताने का दुष्प्रचार लम्बे समय से करता रहा है. इस हिसाब से तो उसे अमित शाह को भी विदेशी और मुसलमान घोषित कर देना चाहिए. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि आरएसएस के लोग दोहरे चरित्र के होते हैं जो एक तरफ तो उर्दू का विरोध भी करते हैं और दूसरी तरफ उनकी शाखा की उपज अटल बिहारी वाजपेयी 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन में कांग्रेसी स्वतंत्रता सेनानी लीलाधर वाजपेयी को जेल भेजवाने के लिए उर्दू में लिखे हलफनामे पर हस्त्ताक्षर भी करते हैं.



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