महापौर के तौर-तरीकों के साथ काम कर रहा निगम, कर वसूली भी उन्हीं की देन – किशुन यदु*
पार्षद छाबड़ा श्रेय लेने की राजनीति कर रहे, महापौर के खिलाफ क्यूं नहीं बोलते* राजनांदगांव।
नगर पालिक निगम द्वारा व्यवसायिक ईमारतों से कर वसूली के नव निर्धारण और 5 गुना राशि की वसूली का अभियान छेड़ा गया है। इस मामले में कांग्रेस पार्षद कुलबीर सिंह छाबड़ा द्वारा भाजपा सरकार और विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह पर लगाए गए आरोपों को निगम के नेता प्रतिपक्ष किशुन यदु ने स्तरहीन राजनीति और सुर्खियां बटोरने का स्टंट बताया है। उन्होंने कहा कि, निगम महापौर हेमा देशमुख के विज़न के साथ काम कर रहा है जो कि कांग्रेसी नेत्री हैं। स्पष्ट है कि, कर वसूली के मामले में किसी तरह की गड़बड़ी के लिए सीधे तौर पर महापौर और आयुक्त जिम्मेदार हैं। इन दोनों की एकराय से ही शहर में कर वसूली का ये नया सिस्टम शुरु किया गया है। एक ओर तो पार्षद छाबड़ा जनहित की बात कह रहे हैं लेकिन जो अहित किया जा रहा है उसके लिए जिम्मेदार कांग्रेस, कांग्रेस के नेता को बचाने की कोशिश भी कर रहे हैं। वे क्यूं इस मामले में महापौर को बचाने और उनका नाम तक लेने से बच रहे हैं। अगर वे जनता की आवाज ही उठाना चाहते हैं तो जरुरी है कि वे पहले निगम की सत्ता की मनमानियों की खिलाफत करें। न कि श्रेय लेने की राजनीति करते हुए खुद का महिमा मंडन करें। किशुन ने कहा कि, नगर पालिक निगम द्वारा व्यवसायिक संस्थानों/मालिकों से जो अंतर की राशि का निर्धारण किया गया है उसे समान्य सभा में लाकर भौतिक आंकलन के बाद ही लागू किया जाए। फिलहाल जो कार्रवाई गूगल एप अर्थ के सहारे की गई है उसमें चिन्हांकित भवनों की नाप-जोख सामान्य सभा की स्वीकृति होने तक रोक लगाई जाए।