मऊ : चाहे कितना हो FIR हो जाए, ना मैं झुकूंगा ना मैं रुकूंगा -
सत्ता के इशारे पर दर्ज हुआ मुकदमा – राजीव राय (सांसद घोसी – मऊ)
जिले में जिला चिकित्सालय पुरुष के डॉक्टर और सपा सांसद के बीच का विवाद दिन प्रतिदिन और भी तूल लेता नजर आ रहा है। 16 अक्टूबर के दिन हुई घटना के बाद जहां सबने माना कि अब मामला शांत हो गया, सभी अपने कार्यों में व्यस्त हो गए।
अचानक 48 घंटे बाद पता चला कि डॉक्टर की तहरीर पर सांसद के खिलाफ मुकदमा दर्ज हो गया है, जिससे जिले की राजनीति का पारा हाई हो गया।
पूरा मामला यह है कि बीते 16 अक्टूबर को जनता से मिल रही शिकायत के बाद घोसी से लोकसभा सांसद राजीव राय जिला चिकित्सालय के सीएमएस के साथ जिला चिकित्सालय के सभी ओपीडी का भ्रमण करते हुए सभी का हाल-चाल लेते हुए जा रहे थे।
वह सदर अस्पताल के एक कक्ष के सामने ज्यादा मरीज का भीड़ देखकर वहां पहुंच गए, उन्हें पता चला कि डॉक्टर साहब अभी-अभी पहुंचे हैं, मरीजों की भीड़ काफी लंबी सुबह से लगी हुई है। सांसद ने चेंबर में जाकर डॉक्टर से जानकारी प्राप्त करनी शुरू कर दी, जिसमें की डॉक्टर ने सुबह 8:00 बजे से ड्यूटी होना बताया और 10:00 बजे से आने की बात कही जबकि मरीज ने पहले ही बता दिया था कि डॉक्टर साहब 11:00 से आए हैं और सांसद के वहाँ पहुंचने का समय 12:30 था, इसके बाद सांसद के पीछे से कुछ मरीजों ने डॉक्टर साहब पर तरह-तरह के आरोप लगाने लगे जिससे कि डॉक्टर साहब बौखला गए और उन्होंने संसद से बदसलूकी करनी शुरू कर दी और संसद पर ही सारे घटना को कराए जाने का आरोप लगा दिया।
जिसपर सांसद ने मौके पर साथ चल रहे सीएमएस को निर्देशित किया कि उक्त डॉक्टर के खिलाफ नोटिस की कार्रवाई की जाए। जिसमें अग्रिम कार्रवाई करते हुए सीएमएस डा धनंजय सिंह ने डॉक्टर के खिलाफ नोटिस देते हुए लौटती डाक से जवाब देने की बात कही।
जिसमें की डॉक्टर सौरभ त्रिपाठी ने लौटती डाक से सूचना देने के साथ एक प्रतिलिपि थाना सराय लखनसी को प्रेषित कर दी, जिसपर थाना अध्यक्ष ने संज्ञान लेते हुए सांसद के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया।
– जिला चिकित्सालय के आरोपी डा सौरभ त्रिपाठी ने बताया कि सांसद महोदय मेरे कक्ष में आए थे 10 से 15 लोगों को लेकर आए थे मैं ओपीडी कक्ष में था और मरीज देख रहा था। उस समय सांसद आए उनके साथ में कई लोग आए, उनके साथ वाले लोग मेरे ऊपर अभद्र टिप्पणियां कर रहे थे।
मुझे दारु बाज डॉक्टर बता रहे थे और कह रहे थे कि पैसा लेते हैं, मरीजों से गलत आरोप लगा रहे थे जैसा कि कुछ भी नहीं है। मैं नियम से अपनी ड्यूटी कर रहा हूं समय से बैठता हूं, वह यह भी कह रहे थे कि मानसिक रूप से अस्वस्थ है जो गंभीर आरोप है किसी डॉक्टर पर उन्हें ऐसा नहीं कहना चाहिए इससे मेरे आत्म सम्मान को ठेस पहुंचा है।
मैं सम्मान के लिए ही काम करता हूं और सम्मान ही आदमी का सब कुछ होता है। इसकी सूचना हमने थाना अध्यक्ष सराय लखनसी को दे दी है।
इसमें एक एफआईआर दर्ज हो चुकी है, नेताजी के ऊपर मैंने सीएमएस को भी नोटिस का जवाब भेज दिया है यही पूरा घटनाक्रम है।
- डॉ सौरभ त्रिपाठी (जिला चिकित्सालय मऊ)
- क्षेत्राधिकार नगर अंजनी कुमार पांडे ने बताया कि जिला चिकित्सालय के एक डॉक्टर के द्वारा सराय लखनसी में एक तहरीर दी गई की जिसमें की कहा गया कि सांसद और उनके साथ आए 10-15 लोगों के द्वारा चिकित्साक के साथ दुर्व्यवहार किया गया। उनसे आपत्तिजनक शब्दों में बात किया गया तथा सरकारी काम में बाधा पहुंचाई गई, जिसकी सूचना के आधार पर मुकदमा पंजीकृत कर विवेचना जारी है।
- अंजनी कुमार पांडे (सीओ सिटी मऊ)
- वही फिर के बाद घोसी से सांसद राजीव राय का कहना है कि यह सत्ता पक्ष के इशारे पर की गई कार्रवाई है, भ्रष्टाचार और लापरवाही के खिलाफ उठने वाली आवाज है।
हम लोग इस मुकदमे से डरने वाले नहीं है चाहे कुछ भी हो जाए हम इस तरह की लापरवाहियों को नहीं होने देंगे क्योंकि यह जनता की लड़ाई है और जनता ने हमें चुनकर भेजा है जो भी डॉक्टर अपने काम में हीला हवाली करेगा अपने आवास पर बुलाकर मरीजों को देखेगा, उसके खिलाफ हम लोग सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन करेंगे।
- राजीव राय (सपा सांसद, घोषी मऊ)
गौरतलब हो कि डॉक्टर सौरभ त्रिपाठी के कार्यकाल का रिकॉर्ड बहुत ही विवादित है। उनके ऊपर इसके पहले भी भाजपा नेता से दुर्व्यवहार और एक पत्रकार को हेलमेट चला कर मारने का मुकदमा स्थानीय थाने में दर्ज है। अब देखना यह होगा कि सपा सांसद पर मुकदमा दर्ज होने के बाद पार्टी और उसके नेता क्या कदम उठाते हैं।