पुरुष नसबंदी पखवाड़े में अरविंद उठाया लाभ, कहा जो बीवी से करे प्यार वह नसबंदी से कैसे करे इनकार!
महिला नसबंदी की अपेक्षा, पुरूष नसबंदी है सबसे आसान और आरामदेह!
मऊ, 06दिसंबर 2023
जिले में नसबंदी पखवाड़े के अंतर्गत एक व्यक्ति की कहानी सामने आई जिसने अपने पत्नी के नसबंदी के तैयार होने के बावजूद, उसे मना कर स्वयं नसबंदी कराकर अपने पत्नी से प्रेम की मिसाल पेश की।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर नंदकुमार ने कहा कि पुरुष नसबंदी महिलाओं की अपेक्षा बहुत आसान और कम समय में होने वाली प्रक्रिया है। यह एक मामूली शल्य क्रिया है और उन्होंने बताया कि भारत सरकार से प्राप्त दिशा निर्देश के अनुसार 21 नवंबर से 4 दिसंबर तक पुरुष नसबंदी पखवाड़े का आयोजन किया गया। इस पखवाड़े को सफल बनाने के लिए हमारी सहयोगी संस्थाए पीएसआई इंडिया एवं यूपीटीएसयू ने भी अपना अहम योगदान दिया है।
परिवार कल्याण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ बीके यादव ने बताया की नसबंदी करवाने वाले पुरुष लाभार्थी को ₹ 3000 की प्रोत्साहन राशि के रूप में दिया जाता है। साथ ही नसबंदी के लिए प्रोत्साहित करने वाली आशा कार्यकर्ता को भी ₹400 प्रति दिया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि इस पखवाड़े में पुरुष नसबंदी करवाने वाले अरविंद की कहानी भी बहुत ही दिलचस्प है। जब आशा गीता अपने क्षेत्र में भ्रमण करते हुए एक व्यक्ति के घर पहुंची तो इन्होंने अरविंद की पत्नी से बच्चों में अंतर की बात की तो दंपति में से पत्नी ने अपनी इच्छा जाहिर की वह अपनी नसबंदी करवाना चाहती है और कहा कि मेरे तीन बच्चे हो गए हैं। और मुझे और मेरे पति को अब और बच्चे नहीं चाहिए तो आशा ने पति के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि वह प्राइवेट जॉब करते हैं और अभी घर भी आए हुए हैं। आशा गीता ने उनसे मिलने और उनके पति की राय जानने की बात कही, इसके बाद आशा ने अरविंद और उनकी पत्नी को साथ बिठाकर बात की और उन्हें पुरुष और महिला नसबंदी के बारे में भी जानकारी दी और इनके फायदे के बारे में बताया और कुछ ही देर बातचीत करने के बाद दोनों ही इस बात के लिए सहमत हो गए की अरविन्द ही अब पुरुष नसबंदी कराएंगे , इस पखवाड़े में उन्होंने जिला अस्पताल में डॉक्टर से अपनी नसबंदी करवा ली है ।
उसके बाद उन्होंने कहा कि अरविंद ने कहा मेरी समझ से महिला नसबंदी से पुरुष नसबंदी बहुत आसान है, लाभार्थी अरविंद ने कहा जो अपनी बीवी से करे प्यार तो वह कैसे करें पुरुष नसबंदी से इनकार!