नहीं हो सकी मुख्तार अंसारी के गैंगस्टर मुकदमें में बहस। वकील की हुई तबीयत खराब।

मुख्तार अंसारी के सीनियर अधिवक्ता के सीने में दर्द की वजह से नहीं हो सकी आज बहस।

कोर्ट में मुख्तार पक्ष के वकीलों ने दी तारीख बढ़ने की दरखास्त, कोर्ट ने 10 अगस्त की लगाई तारीख।

हत्या और हत्या के पुराने आरोप में मुख्तार पर चल रहा है गैंगस्टर एक्ट में अपराधिक मुकदमा।

मुख्तार के वकील लियाकत अली ने की 10 अगस्त को होने वाली बहस की पुष्टि, बोले चूंकि नए जज के सामने फिर होनी है बहस।

गाज़ीपुर
एंकर : गाजीपुर के चर्चित माफिया डॉन और मऊ सदर सीट के पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी के ऊपर गाजीपुर की एमपी एमएलए कोर्ट में गैंगस्टर केवल मुकदमा चल रहा है, जिसमें आज बहस के लिए उनके वकीलों ने तारीख ले रखी थी, लेकिन मुकदमें में आज भी बहस नहीं हो सकी, चूंकि मुख्तार अंसारी बांदा जेल में बंद हैं, और उनके वकील लियाकत अली ने बताया कि आज बहस की तारीख थी, लेकिन हम लोगों ने एक एडजर्नमेंट (स्थगन प्रार्थना पत्र) कोर्ट के सामने दिया है, क्योंकि हमारे सीनियर लायर, विजय शंकर राय जी के सीने में दर्द उठ गया था और उनकी तबीयत खराब हो जाने की वजह से वह बहस में शामिल नहीं हो पाए, जिसकी वजह से आज हम लोगों ने समय ले लिया है। जिस पर कोर्ट ने अगली तारीख 10 अगस्त 2023 (परसों) की लगाई है, अगली तारीख पर हमारी तरफ से बहस होगी, उन्होंने बताया कि यह मुकदमा करंडा थाना क्षेत्र के कपिल देव सिंह हत्याकांड और मोहम्मदाबाद कोतवाली के मीर हसन द्वारा हत्या के प्रयास का क्रमशः साल 2009 और 2010 में लिखवाया गया था, इन्हीं दो पुराने मुकदमों को गैंग चार्ट में शामिल करके मुख्तार अंसारी के खिलाफ साल 2010 में गैंगस्टर का मुकदमा बनाया गया है। जबकि हमारे क्लाइंट मुख्तार अंसारी इन दोनों वारदातों के समय जेल में थे और उन्हें 120B का मुलजिम बनाया गया था, और जबकि मुख्तार अंसारी दोनों मुकदमे के मूल केस में बरी हो चुके हैं, बावजूद इसके गैंगस्टर का यह मुकदमा 2010 से अब तक लंबित है। अब चूंकि एमपी एमएलए कोर्ट के पुराने जज साहब दुर्गेश पांडे का तबादला हो जाने के कारण नए विद्वान जज साहब के सामने पुनः बहस का मौका मिला है तो अगली तारीख पर हम लोग फिर से बहस करेंगे, जिसमें हम कोर्ट से न्याय की उम्मीद रखते हैं।
बाइट : लियाकत अली, मुख्तार पक्ष के वकील



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