मुख्तार अंसारी से सांठगांठ को लेकर बांदा जेल अधीक्षक हुए निलंबित

UP News: उत्तर प्रदेश की बांदा जेल के डिप्टी जेलर वीरेश्वर प्रताप सिंह को माफिया मुख्तार अंसारी से मिलीभगत के आरोप में मंगलवार को निलंबित कर दिया गया। चार बंदी रक्षकों को भी निलंबित किया गया है। डिप्टी जेलर पर यह कार्रवाई बांदा के जिलाधिकारी अनुराग पटेल और पुलिस अधीक्षक अभिनंदन की रिपोर्ट पर की गई है। जिलाधिकारी व एसपी दोनों ही अधिकारी सोमवार को बांदा जेल में छापा मारने पहुंचे थे। इसी जेल में मुख्तार बंद है।

बांदा मंडल कारागार में सोमवार देर रात तलाशी अभियान में डीएम-एसपी में तलाशी ली थी। डिप्टी जेलर वीरेश्वर प्रताप सिंह पर आरोप है कि उन्होंने बांदा के डीएम और एसपी को जेल में प्रवेश देने में देरी की। सूत्रों का कहना है कि माफिया मुख्तार अंसारी के साथ साठगांठ की भी शिकायत जिला प्रशासन को मिल रही थी। जेल में छापा मारने पहुंचे जिले के दोनों बड़े अधिकारियों से डिप्टी जेलर ने अच्छा व्यवहार नहीं किया। इस मामले की शिकायत शासन से की गई थी। डीजी जेल आनंद कुमार ने मंगलवार को डिप्टी जेलर को निलंबित कर दिया।

बांदा मंडल कारागार के सूत्रों के मुताबिक, माफिया मुख्तार अंसारी की बैरक में फल और बाहर का खाना मिला है। बैरक के पास तैनात चार बंदी रक्षक बिना बाडी कैम के मिले, जबकि ड्यूटी के दौरान बाडी कैम पहनना अनिवार्य है। सोमवार देर रात जिलाधिकारी अनुराग पटेल व पुलिस अधीक्षक अभिनंदन ने भारी पुलिस बल के साथ मंडल कारागार में औचक छापेमारी की। मुख्तार अंसारी की बैरक की गहनता से तलाशी ली गई।

मुख्तार अंसारी के बारे में सुरक्षा कर्मियों के साथ अन्य बंदियों से भी पूछताछ की गई थी। डीएम अनुराग पटेल ने बताया कि निरीक्षण में डिप्टी जेलर वीरेश्वर प्रताप सिंह की ओर से सहयोग नहीं किया गया। इसकी संयुक्त रिपोर्ट अपर मुख्य सचिव गृह एवं कारागार को भेजी गई थी, जिस पर डिप्टी जेलर और चार बंदी रक्षकों का निलंबन हुआ है। उप कारापाल के खिलाफ विभागीय कार्रवाई प्रस्तावित की है। निलंबन की अवधि में उप कारापाल डा. संपूर्णानंद कारागार प्रशिक्षण संस्थान लखनऊ से संबद्ध रहेंगे।



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