विद्यालय के सामने खुली नाली कह रही कायाकल्प की दु:खद कहानी


तहलका ब्यूरो

कोपागंज मऊ। परिषदीय विद्यालयों को विद्यार्थियों एवं उनके अभिभावकों के लिए और आकर्षक बनाने के उद्देश्य से उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गई कायाकल्प योजना, विकासखंड कोपागंज अंतर्गत स्थित कई गांव में परवान चढ़ती नहीं नजर आ रही है। विद्यालय के परिवेश में परिवर्तन करके परिषदीय विद्यालयों को अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों जैसा साफ सुथरा और आकर्षक बनाने के लिए सरकार ने कायाकल्प योजना की शुरुआत तो कर दी लेकिन यह योजना स्थानीय स्तर पर अधिकारियों, ग्राम प्रधानों और कर्मचारियों के उदासीनता की भेंट चढ़ती नजर आ रही है। कुछ ऐसा ही हाल देखने को मिलता है विकासखंड अंतर्गत स्थित ग्राम काछीकला के उच्च प्राथमिक विद्यालय पर जहां ग्राम पंचायत की उदासीनता के कारण हर तरफ बदहाली का आलम देखने को मिलता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि बार-बार शिकायत करने के बावजूद ग्राम प्रधान और सचिव के कानों पर जूँ तक नहीं रेंगती।

गांव के उच्च प्राथमिक विद्यालय के बाहर बनी नाली पर पटिया ना लगे होने के कारण आते जाते समय और खेलते समय बच्चों के घायल होने की आशंका बनी रहती है। वहीं विद्यालय के मुख्य द्वार के सामने खुली नाली दुर्घटना को आमंत्रण दे रही है। स्थानीय लोगों ने बताया कि लगभग चार-पांच महीने पूर्व ही इस नाली का कार्य कराया गया था। लेकिन उस वक्त मानकों की अनदेखी करते हुए नाली पर पटिया लगाने से ग्राम पंचायत में परहेज किया। वहीं विद्यालय के चारों तरफ खुली नाली के कारण उठने वाली दुर्गंध से विद्यालय का परिवेश भी प्रदुषित होता है।

विद्यालय प्रांगण के अंदर जगह-जगह ईंट के ढेर लगाए गए हैं। वहीं साफ-सफाई का भी प्रायः अभाव नजर आता है। इन सभी समस्याओं के बावजूद ग्रामीणों की बार-बार शिकायत मिलने पर भी ग्राम पंचायत व संबद्ध शिक्षा क्षेत्र के अधिकारियों की उदासीनता के कारण स्थिति यथावत बनी हुई है।



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