नगरपालिका के गंदे पानी की सप्लाई से फैला डायरिया, एक मासूम बच्ची की मौत, नगरपालिका प्रशासन उदासीन


शुभम वाधवानी

मऊ - नगरपालिका की उदासीनता कहें या लापरवाही कहें जहाँ गंदे पानी की सप्लाई से एक बच्ची की मौत हो गई और पचास से अधिक लोग विभिन्न अस्पतालों में इलाज करा रहे हैं लेकिन नगरपालिका परिषद या स्वास्थ्य विभाग का कोई भी अधिकारी अभी तक इन लोगों का हाल जानने या स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने नहीं पहुंचा।
प्राप्त सूचना के अनुसार नगरपालिका के वार्ड नम्बर 39 डोमन पुरा ज़फर नगर में नगरपालिका द्वारा गंदा पानी सप्लाई किए जाने से सैकड़ों घरों के लोगों को उल्टी-दस्त की शिकायत शुरू हुयी। इलाज के लिए डाक्टर के पास गए तो पता चला कि पानी में गंदगी के कारण डायरिया हो गया है। लोगों के बार बार शिकायत करने के बाद भी नगरपालिका कर्मचारी कई दिनों के बाद वहां पहुंचे और पाइपलाइन को चेक किया तो उसमें लिकेज मिला, जब तक नगरपालिका जागती और सही करती तब तक नज़रे आलम की 3 वर्षीय पुत्री फातिमा की उल्टी-दस्त से मौत हो गई। एक मौत के बाद भी नगरपालिका की कुंभ निद्रा नहीं टूटी और अभी भी मोहल्ले में जगह जगह गंदगी का अंबार लगा हुआ है।
वार्ड नम्बर 39 के निवासी मोहम्मद यासीन (50 वर्ष) का कहना है कि वह स्वयं कई बार इसकी शिकायत लेकर नगरपालिका में गए हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई
जबकि इसी वार्ड के निवासी नज़रे आलम का कहना था कि नगरपालिका अध्यक्ष तय्यब पालकी से शिकायत के लिए फोन किया गया तो चेयरमैन साहब ने ज़फर नगर का नाम सुनते ही फोन काट दिया और हम लोगों की समस्याएँ नहीं सुनी जा रही हैं और सफाई भी नहीं हो रही है। वहीं लोगों का यह भी कहना था कि सभासद प्रतिनिधि से शिकायत की गई तो उन्होंने कहा कि यह समस्या चेयरमैन ही हल कर सकते हैं।

नगर पालिका की उदासीनता से मोहल्ले के 50 से अधिक लोग विभिन्न अस्पतालों में इलाज करा रहे हैं बुनकर बाहुल्य क्षेत्र होने से लोगों के पास पैसे नहीं हैं कि सही से इलाज करवा सकें जिससे बहुत से लोग पैसे के आभाव में सही से इलाज ना कर पाने के कारण अस्पताल से छुट्टी करवा के घर चले आए हैं।
मोहम्मद इमरान पुत्र ओबैदुर्रहमान व इरशाद अहमद का कहना है कि हमारे घर के आधा दर्जन लोगों को डायरिया है जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था और अब छुट्टी करा के घर आए हैं।

नौशाद, सईदुर्रहमान, ज़ेबा परवीन पत्नी नौशाद, सोमैय्या पत्नी स्वर्गीय नासिर, रोफैदा खातून पत्नी इश्तेयाक अहमद, सबीला (45) पत्नी जान मोहम्मद, रौशान ज़्या(12) पुत्र जमशेद अख्तर , नौशीन शाहीन(12) पुत्री नेसार अहमद, रय्यान पुत्र नेसार अहमद, मोहम्मद फैज़ान, सबा एरम आदि डायरिया से ग्रसित हैं। लोगों ने अपने इलाज का पर्चा दिखाते हुए नगरपालिका परिषद के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी और चेयरमैन व सभासद मुर्दाबाद के नारे भी लगाए। नगरपालिका के खिलाफ लोगों में जनाक्रोश है।

एक मासूम बच्ची की मौत के बाद भी अभी तक नगरपालिका लापरवाह बना हुआ है, मोहल्ले में कूड़े व गंदगी का अंबार लगा हुआ है और कोई भी अधिकारी व जन प्रतिनिधि लोगों की सुधि लेने भी नहीं पहुंचा है और ना ही स्वास्थ्य विभाग की तरफ से किसी तरह का कोई कैंप लगाया गया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर यही स्थिति रही तो और भी मौतें हो सकती हैं।

इस बारे में जब हमारे मीडिया दस्तक (ब्रेकिंग न्यूज़ मऊ (खबर वही, जो हो सही) ने वार्ड 39 के सभासद प्रतिनिधि शफीकुर्रहमान पहलवान से सम्पर्क किया तो उनका कहना था कि एक सप्ताह पहले लोगों ने हमें पाइपलाइन फटने की सूचना दी थी तो हमने जेई और इस विभाग से सम्बन्धित लोगों को सूचना दे दी थी उसके बावजूद 3 दिन के बाद लोग आए और एक दो जगह समस्या का निपटारा किए बाकी कुछ जगह अभी समस्या है।

आगे उनका यह भी कहना था कि मैंने नगरपालिका के अधिकारियों को अवगत करा दिया था फिर भी पूरी तरह समस्या का समाधान नहीं हुआ तो मैंने यह कहा था कि मैंने अपने स्तर से शिकायत कर दी है आप लोग भी चाहें तो इसकी शिकायत नगरपालिका में कर सकते हैं।सफाईकर्मियों के वहाँ न पहुंचने के सवाल पर इनका कहना था कि नगरपालिका में सफाईकर्मी की कमीं बता कर हमारी बात टाल दी जाती है।

इनका यह भी कहना था कि अगर हमारी समस्या नगरपालिका में सुनी जाती तो इतना बड़ा हादसा नहीं होता। हम अपने स्तर से हर तरह से बचाव का प्रयास कर रहे हैं।



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