कब होगा आरक्षण मुक्त भारत का सपना साकार?


प्रदीप पाण्डेय

अब निजी शिक्षण संस्थानों में आरक्षण देकर हमारे माननीय लोग क्या सिद्ध करना चाहते हैं ?हमारे माननीय लोग कुर्सी और सत्ता लोलुपता में देश को किस रुप में देखना चहते है? आरक्षण और काले कानुनों का सहारा लेने वालों के पुराने वादे कहाँ चले गये ? प्रतिभावों को हनन करके किस भारत को विश्व गुरु बनाने का सपना देख रहे हैं ? कब तक कुछ वर्ग विशेष के लोगों को पिछडे होने के नाम पर प्रतिभाओं के छाती पर कदम रखवा कर आगे बढाया जायेगा?
आरक्षण इतना ही जरुरी है तो सुरक्षा बल भर्ती में उन्हे आगे क्यों नहीं किया जाता है? क्यों नहीं दलित, अल्पसंख्यक, पिछड़ी बटालियन का गठन कर सीमाओं पर अगली पक्ति में खडा किया जाता है? आरक्षित सीट से आये डाक्टरों का अस्पताल अलग क्यों नहीं किया जाता जिसमें आरक्षित वर्ग के लोगों का ही इलाज़ किया जाय?
आरक्षण मुक्त भारत का सपना कब साकार होगा ? क्या माननीय लोगों को किसी आन्दोलन, क्रांति या गृह युद्ध का इन्तजार है ? यह पोष्ट दिल की वेदना मात्र है, इसका उद्देश्य किसी प्रकार का उन्माद फैलाना, किसी जाति,धर्म, सम्प्रदाय,सरकार या राष्ट का विरोध नहीं है ।



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