मऊ की अनुपम ने दी समाज को एक नई दिशा

अनुपम ने लिखा "कमला दास ए पोएट्स एण्ड ए थिंकर" बुक

मऊ। देश सहित विश्वप्रसिद्ध कविताओं की रचनाकार कमला दास की रचनाओं से प्रभावित होकर नारी जीवन की समस्याओं के समाधान एवं समाज के लोगों के विचारों में नारी के प्रति परिवर्तन को लेकर जनपद के विकास खण्ड रानीपुर की ग्राम बकरी पोस्ट पलिया निवासी अनुपम गोंड ने "कमला दास ए पोएट्स एण्ड ए थिंकर" पुस्तक अंग्रेजी में लिख कर समाज को एक नई दिशा देने की कोशिश की है। पुस्तक की लेखिका डा. अनुपम गोंड ने बताया बहुत पहले पढ़ाई के दौरान उनके मन में नारी समाज के प्रति कुछ लिखने की जिज्ञासा थी। मन में जुनून संजो अपने सपने को सच करने का काम शैक्षणिक कार्य के साथ जारी रहा। उन्होंने बताया कि मैं नारी समाज के प्रति अपने दिल दिमाग में जो सपना देखी थी उसे इस पुस्तक के माध्यम से संजोने की कोशिश की हूं। इसके प्रकाशन में मेरे पति चिकित्सा अधिकारी गाजीपुर डॉ. राजीव कुमार गोंड का विशेष योगदान है। जिनके प्रति मेरे पास व्यक्त करनेको शब्द नहीं है। पुस्तक की लेखिका अनुपम गोंड का कहना है की पढ़ाई के दौरान मेरे मन मे नारी उत्थान के विषय मे विचार आते रहते थे। मैं मध्यम वर्ग से थी इसलिये नारी की सारी सीमायें और परिस्थितियों से मैं पूरी तरह से वाकिफ थी। अपने इरादे व जज्बात को लक्ष्य करके मैंने अंग्रेजी से एमए किया तत्पश्चात कमला दास पर पीएचडी किया।पीएचडी करते समय मेरे अपने विचारों को रखने की सीमायें थी। फिर भी मैंने अपने कुछ विचार रखे। मुझे इससे संतुष्टि नही थी इसलिए नारी चिंतन पर मैंने पुनःअपने विचारों को इस पुस्तक में प्रस्तुत करने की कोशिश की। डा. अनुपम ने बताया की कमला दास ने अपने दौर में नारी के दशा दिशा का जो चित्रण किया था उनके समस्याओं को समझ शब्दों का जो रूप दिया उसकी जितनी प्रशंशा की जाये कम है। उन्होंने कहा की उनकी पुस्तक "कमला दास ए पोएटेस एण्ड ए थिंकर" प्राचीन भारत व वर्तमान के भारत में नारी की स्थिति के बारे मे एक चित्रण है।



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